बारिश में होने वाली बीमारियाँ और उनके आयुर्वेदिक व घरेलू उपाय

परिचय:

बारिश का मौसम जितना सुहाना और ठंडक भरा होता है, उतना ही यह बीमारियों का घर भी होता है। हवा में नमी बढ़ने, पानी भरने और गंदगी के कारण वायरस और बैक्टीरिया आसानी से पनपते हैं। यही वजह है कि मानसून में लोगों को ज़्यादा सावधानी बरतने की ज़रूरत होती है।

इस लेख में हम बात करेंगे बारिश में आमतौर पर होने वाली बीमारियों और उनसे बचने के लिए कुछ आयुर्वेदिक और घरेलू उपायों की।

Health tips

🌿 बारिश में होने वाली आम बीमारियाँ

1. सर्दी-जुकाम और खांसी

मानसून में तापमान में बदलाव और गीले कपड़ों की वजह से लोग अक्सर सर्दी-जुकाम और खांसी की चपेट में आ जाते हैं।

लक्षण:

  • नाक बहना

  • गले में खराश

  • सिरदर्द

  • हल्का बुखार

2. वायरल बुखार और फ्लू

बारिश के मौसम में वायरस बहुत तेजी से फैलते हैं, जिससे वायरल बुखार और फ्लू आम हो जाते हैं।

लक्षण:

  • तेज बुखार

  • शरीर में दर्द

  • कमजोरी

  • भूख न लगना

3. डेंगू और मलेरिया

रुके हुए पानी में मच्छर पनपते हैं, जो डेंगू और मलेरिया जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बनते हैं।

लक्षण (डेंगू):

  • तेज बुखार

  • प्लेटलेट्स की कमी

  • स्किन पर लाल चकत्ते

लक्षण (मलेरिया):

  • कंपकंपी के साथ तेज बुखार

  • पसीना आना

  • सिरदर्द

4. टायफॉइड और हेपेटाइटिस A

गंदा और दूषित पानी पीने से टायफॉइड और पीलिया (Hepatitis A) हो सकता है।

लक्षण:

  • पेट दर्द

  • भूख न लगना

  • जी मिचलाना

  • कमजोरी

5. फंगल इंफेक्शन

नमी के कारण स्किन पर फंगल इन्फेक्शन होना बहुत आम है, खासकर पैरों, उंगलियों, और बगल में।

लक्षण:

  • खुजली

  • लाल चकत्ते

  • जलन


🍀 इन बीमारियों से बचने के आयुर्वेदिक और घरेलू उपाय

Health tips
1. गिलोय का सेवन करें (Giloy)

गिलोय एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करती है।

कैसे लें:

  • 1 चम्मच गिलोय रस को पानी में मिलाकर रोज़ सुबह लें।

2. तुलसी और अदरक की चाय

सर्दी-खांसी और वायरल से बचने के लिए तुलसी और अदरक का काढ़ा बेहद फायदेमंद है।

बनाने का तरीका:

  • 5 तुलसी की पत्तियाँ

  • थोड़ा सा अदरक

  • 1 लौंग

  • 1 कप पानी में उबालें और गर्म-गर्म पिएं।

3. हल्दी वाला दूध

हल्दी में एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं। रोज रात को हल्दी वाला दूध पिएं।

4. नीम का पानी या स्नान

नीम फंगल और बैक्टीरियल इंफेक्शन से लड़ने में कारगर है।

कैसे करें:

  • नीम की पत्तियाँ उबालें और उस पानी से नहाएं।

  • या नीम की पत्तियाँ पीसकर पेस्ट बनाकर फंगल इन्फेक्शन वाली जगह पर लगाएं।

5. त्रिकटु चूर्ण

त्रिकटु में सोंठ, काली मिर्च और पिपली होती है जो पाचन सुधारता है और इम्यूनिटी बढ़ाता है।

सेवन का तरीका:

  • 1/2 चम्मच त्रिकटु चूर्ण शहद के साथ लें।


🏠 अन्य घरेलू उपाय

✅ पानी उबालकर पिएं

सभी पानीजनित बीमारियों से बचाव के लिए हमेशा उबला हुआ या फिल्टर्ड पानी पिएं।

✅ मच्छर से बचाव करें

  • मच्छरदानी लगाएं

  • नीम या तुलसी के तेल का इस्तेमाल करें

  • आसपास पानी जमा न होने दें

✅ साफ-सफाई का ध्यान रखें

  • हाथ साबुन से धोएं

  • खाने से पहले और बाद में सैनिटाइज़ करें

  • नमी से बचें, सूखे कपड़े पहनें


💪 मानसून में डाइट कैसी होनी चाहिए?

  • हल्का और सुपाच्य खाना खाएं

  • दही और बासी खाना ना खाएं

  • अदरक, हल्दी, काली मिर्च को डाइट में शामिल करें

  • मौसमी फल जैसे अमरूद, सेब, पपीता खाएं


⚠️ बारिश में किन चीज़ों से बचना चाहिए?

❌ कटे-फटे या खुले हुए फलों से
❌ सड़क किनारे की चाट-पकौड़ी से
❌ गीले कपड़े देर तक पहनने से
❌ नंगे पांव चलने से


✨ निष्कर्ष:

बारिश का मौसम खुशनुमा तो होता है, लेकिन इसमें बीमारियाँ भी बहुत फैलती हैं। थोड़ी सी सावधानी और कुछ आसान आयुर्वेदिक व घरेलू उपाय अपनाकर हम इन समस्याओं से बच सकते हैं।

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