परिचय
मॉनसून का मौसम आते ही अक्सर लोगों को लगता है कि धूप की तेज़ किरणों से अब छुटकारा मिल गया। बादलों की वजह से सूरज छिपा रहता है और बारिश के चलते ठंडक का एहसास होता है। ऐसे में बहुत से लोग सनस्क्रीन लगाना बंद कर देते हैं। लेकिन क्या वाकई बारिश में हमें सनस्क्रीन की ज़रूरत नहीं होती?
दरअसल, यह सबसे बड़ा मिथक (Myth) है। रिसर्च के अनुसार, 80% UV rays बादलों और बारिश के बीच से भी निकलकर आपकी त्वचा तक पहुँच जाती हैं। यही किरणें समय से पहले झुर्रियाँ, pigmentation और skin cancer तक का कारण बन सकती हैं।
तो आज के इस ब्लॉग में हम जानेंगे – मॉनसून और सनस्क्रीन से जुड़े 5 बड़े मिथक और उनके पीछे की सच्चाई (Myths & Facts)।
☁️ Myth 1: बारिश में सनस्क्रीन की ज़रूरत नहीं
✅ Fact: सूरज छिपा हो या तेज़ धूप न हो, फिर भी UV rays बादलों और बारिश से आसानी से निकल जाती हैं।
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मॉनसून के मौसम में UV-A किरणें लगातार आपकी स्किन तक पहुँचती रहती हैं।
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ये किरणें झुर्रियाँ, tanning और aging को बढ़ाती हैं।
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इसलिए मौसम चाहे कैसा भी हो, SPF 30+ वाला sunscreen रोज़ाना लगाना ज़रूरी है।
☁️ Myth 2: सिर्फ गर्मियों में सनस्क्रीन लगाना चाहिए
✅ Fact: यह सोच पूरी तरह ग़लत है।
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UV किरणें 365 दिन आपकी त्वचा तक पहुँचती हैं, चाहे गर्मी हो, सर्दी या बरसात।
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खासतौर पर मॉनसून में humidity और धूप का कॉम्बिनेशन skin को dull और oily बनाता है।
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ऐसे समय पर gel-based और water-resistant sunscreen सबसे अच्छे रहते हैं।
☁️ Myth 3: मॉनसून में सनस्क्रीन चिपचिपा और भारी लगता है
✅ Fact: आजकल कई तरह के oil-free, matt finish और gel-based sunscreens मार्केट में उपलब्ध हैं।
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ये हल्के (lightweight) होते हैं और skin पर चिपचिपाहट (greasiness) नहीं छोड़ते।
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Oily या combination skin वाले लोगों के लिए यह perfect विकल्प है।
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बस ध्यान रहे कि आप अपनी skin type के हिसाब से sunscreen चुनें।
☁️ Myth 4: घर के अंदर रहने पर सनस्क्रीन की ज़रूरत नहीं
✅ Fact: ये बहुत बड़ा भ्रम है।
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Indoor रहने पर भी आप blue light (mobile, laptop, TV screens) और fluorescent lights के contact में रहते हैं।
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ये भी आपकी skin को नुकसान पहुँचाती हैं और pigmentation बढ़ाती हैं।
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इसलिए घर के अंदर रहते हुए भी sunscreen का इस्तेमाल करें।
☁️ Myth 5: सिर्फ चेहरे पर सनस्क्रीन लगाना काफी है
✅ Fact: हमारी त्वचा सिर्फ चेहरे तक सीमित नहीं है।
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UV rays आपके हाथों, गर्दन, कान, होंठ और पैरों तक पहुँचती हैं।
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इन हिस्सों को अनदेखा करने से uneven tanning और aging जल्दी दिखती है।
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इसलिए हमेशा इन exposed body parts पर भी sunscreen apply करें।
🌦️ मॉनसून-फ्रेंडली Sunscreen कैसे चुनें?
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SPF 30+ और PA+++ rating वाला sunscreen लें।
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Gel-based या water-resistant sunscreen चुनें।
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Oily skin वालों के लिए — Matt finish sunscreen perfect रहेगा।
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Dry skin वालों के लिए — Moisturizing sunscreen बेहतर है।
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Sensitive skin वालों के लिए — Fragrance-free और dermatologist-tested sunscreen चुनें।
🛒 मॉनसून के लिए Recommended Sunscreens (भारत में आसानी से उपलब्ध)
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Lotus Herbals Safe Sun UV Screen Matte Gel SPF 50
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Neutrogena Ultra Sheer Dry-Touch Sunblock SPF 50+
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Biotique Bio Aloe Vera Face & Body Sun Lotion SPF 30+
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Mamaearth HydraGel Indian Sunscreen SPF 50
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Re’equil Oxybenzone and OMC Free Sunscreen SPF 50 PA+++
🌟 Sunscreen लगाने के आसान टिप्स
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बाहर निकलने से 20 मिनट पहले sunscreen apply करें।
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हर 2–3 घंटे बाद sunscreen दोबारा लगाएँ।
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Swimming या heavy sweating के बाद जरूर reapplied करें।
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Makeup के नीचे sunscreen primer की तरह use करें।
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ज्यादा coverage के लिए hats और sunglasses भी इस्तेमाल करें।
❓ FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
Q1: क्या बारिश के मौसम में sunscreen सच में जरूरी है?
👉 हाँ, क्योंकि UV rays बादलों और बारिश से भी निकलकर skin को damage कर सकती हैं।
Q2: मॉनसून में oily skin वालों के लिए कौन सा sunscreen सबसे अच्छा है?
👉 Gel-based और matt finish sunscreens oily skin के लिए perfect रहते हैं।
Q3: क्या घर के अंदर रहने पर भी sunscreen लगाना चाहिए?
👉 बिल्कुल, क्योंकि indoor lights और blue light भी skin को नुकसान पहुँचा सकती हैं।
Q4: कितने SPF वाला sunscreen चुनना चाहिए?
👉 SPF 30+ और PA+++ rating वाला sunscreen minimum होना चाहिए।
Q5: क्या sunscreen लगाने से skin fair होती है?
👉 नहीं, sunscreen आपकी natural skin tone को safe रखता है और tanning से बचाता है।
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